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Sunday, August 2, 2020

भाषा शिक्षण

भाषा शब्द की उत्पति संस्कृत की भाष धातु से हुई है जिसका अर्थ होता है- बोलना या कहना।
अर्थात " ध्वनि प्रतीकों के माध्यम से भावों को व्यक्त करना ही भाषा है।
भाषा वह साधन है जिसके द्वारा हम अपने मन के विचारों को दूसरों के सामने प्रकट करते हैं और दूसरों के विचारों को समझते हैं।

1. प्लेटो:- " विचार आत्मा की मूक या अध्व्न्यत्माक बातचीत है पर यही जब ध्वन्यात्मक होकर ओठों पर प्रकट होती है तो भाषा कहलाती है।"




2. पतंजलि-" भाषा वह व्यापार है जिसमे वर्णात्मक/ व्यक्त शब्दों के द्वारा विचारों का आदान प्रदान किया जाता है भाषा कहलाती है।



हिन्दी भाषा के समान्य उद्देश्य

* भाषा के ध्वनि तत्वों से बालकों को परिचित कराना।
* विश्व बंधुत्व की भावना का विकास करना ।
* हिन्दी भाषा के प्रति प्रेम उत्पन्न करना।
* सामाजिक एकता और राष्ट्रीय एकता का विकास करना।





भाषा सीखने के लिए आवश्यक अवयव
1.जिज्ञासा
2.प्रयत्न
3.अनुकरण
4.अभ्यास

  • भाषा की विशेषताए
  • भाषा का एक मानक रूप होता है।
  • भाषा अर्जित संपत्ति है।
  • भाषा एक सामाजिक प्रक्रिया है।
  • भाषा परिवर्तन शील है।
  • भाषा अनुकरण से सीखी जाती है।
  • भाषा कठिन से सरल की और बढ़ती है।
  • भाषा स्थूल से सूक्ष्म की ओर बढ़ती है।
  • एक भाषा की सरंचना दूसरी भाषा से अलग होती है।
हिन्दी भाषा शिक्षण की आवश्यकता क्यों?
1.चारों कौशल का विकास करने के लिए l
2.सौंदर्य अनुभूति की प्राप्ति के लिए।
3.ज्ञान की प्राप्ति और ज्ञान को स्थायित्व प्रदान करने के लिए।
4.बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए 

  1. भाषा सीखने का मनोविज्ञान
  2. -बालक सबसे पहले किसी भी वस्तु को देखता है, देखने से उसके मस्तिष्क में द्रष्टि बिम्ब बनता है।
  3. -अलग अलग लोगों के द्वारा उस वस्तु का नाम दिए जाने पर बालक के मस्तिष्क में श्रुति बिम्ब बनता है।
  4. -द्रष्टि बिम्ब और श्रुति बिम्ब बनने के बाद बालक के मस्तिष्क में उस वस्तु का प्रत्यय बनता है।
  5. -फिर बालक उस वस्तु की अनुपस्थिति मे भी उसके बारे मे सोचने व मनन करने लगता है यही विचार बिम्ब और भाव बिम्ब का निर्माण करते है।
भाषा के रूप
1 मातृभाषा :- बालक जन्म लेते ही अपनी मां के मुख से जो भाषा सुनता है मातृभाषा होती है।


बालक स्वाभाविक अभिव्यक्ति जिस भाषा में करता है।



2 राजभाषा :- राजकीय कार्यों मे जो भाषा उपयोग में ली जाती है।
शिक्षा , प्रशाशन ,न्याय ।



3 राष्ट्र भाषा :- राष्ट्र का बहुसंख्यक वर्ग बोलता है।
देश का साहित्य लिखा गया हो।
राष्ट्र की एकता मे सहायक l




4 अन्तर्राष्ट्रीय भाषा :- संसार के विभिन्न राष्ट्र जिस भाषा के द्वारा विचार विनिमय करते हैं।
उदाहरण: अंग्रेजी

भाषा अभिरुचि प्रश्न:=
  • भारत में 10 राज्यों की राजभाषा हिन्दी है- उत्तरप्रदेश,उत्तराखंड
  • मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ
  • हिमाचल प्रदेश
  • बिहार , झारखंड
  • राजस्थान ,हरियाणा
  • और दिल्ली।
  1. द्वितीय हिन्दी राजभाषायी राज्य
  1. गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र।
हिन्दी संविधान मे राजभाषा के रूप मे अपनाई गई- 14 सितंबर 1949।
भाग- 17 अनुच्छेद -343-351


अनुसूची- 8


भाषा शिक्षण के सिद्धांत
1 स्वाभाविकता का सिद्घांत ।( बच्चे को शिक्षण में भयमुक्त तथा बनावटी पन से दूर रखें)
2 क्रियाशीलता का सिद्घांत। (बच्चे का सक्रिय रहना)
3 अभ्यास का सिद्घांत।
4 वैचारिक विभिन्नताओं का सिद्घांत।(व्यक्तिगत योग्यता का ध्यान )
5 रुचियों का सिद्घांत। (बच्चे की रुचि का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए )
6 अनुपात तथा क्रम का सिद्घांत ।
7 चयन का सिद्घांत।(बच्चे के स्तर को देखकर प्रकरण का चुनाव होना चाहिए )
8 अनुकरण का सिद्घांत।( भाषा अनुकरण से सीखी जाती है।)

  • शिक्षण सूत्र
  • ज्ञात से अज्ञात
  • स्थूल से सूक्ष्म
  • सरल से कठिन की ओर
  • विशिष्ट से समान्य की ओर
  • पूर्ण से अंश की ओर
  • अनिश्चित से निश्चित की ओर
  • मूर्त से अमूर्त की ओर।


  • भाषा सीखने का मनोवैज्ञानिक क्रम
  1. सुनना, 
  2. बोलना, 
  3. पढना , 
  4. लिखना




शिक्षण अधिगम सामग्री

शिक्षण अधिगम सामग्री :- शिक्षण सामग्री वे साधन है जिन्हें हम आंखों से देख सकते हैं कानों से उनसे संबंधित ध्वनि सुन सकते हैं वे प्रक्रियाएं ज...